

आपका दिन मंगलमय हो
दीपावली 01 नवम्बर को मनायी जायेगी।
कुछ विद्वानों की राय थी कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जानी चाहिए। विद्वानों ने कहा कि धनतेरस या धन-त्रयोदशी, जो दिवाली त्योहार का पहला दिन है, 29 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इसके बाद, 31 अक्टूबर को दिवाली मनाने का विचार इस अवलोकन से उत्पन्न हुआ कि उस दिन अमावस्या 'प्रदोष काल' के दौरान पड़ती है।
अमावस्या 31 अक्टूबर को दोपहर 3:55 बजे शुरू होकर 01 नवंबर को शाम 6:15 बजे तक रहेगी।
हालांकि, सोमवार की बैठक के बाद 95 फीसदी विद्वानों ने 01 नवंबर को ही दीपावली मनाने के फैसले का समर्थन किया। यह फैसला धार्मिक शास्त्रों के आधार पर लिया गया, जिसमें कहा गया है कि जब दो दिन अमावस्या होती है, तो दूसरे दिन दीपावली मनाना उचित होता है। 01 नवंबर शुक्रवार है और इस दिन शुभ स्वाति नक्षत्र भी है, जिसे 150 से अधिक ज्योतिषियों और विद्वानों ने इस फैसले का समर्थन करने का एक कारण बताया।
दिवाली 2024 के लिए दिनवार पूरा कार्यक्रम इस प्रकार है:
1) धनतेरस: 29 अक्टूबर
2) दीपदान 30 अक्टूबर को होगा। हालांकि, रूप चतुर्दशी के शुभ समय के कारण यह 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
3) लक्ष्मी पूजा: 1 नवंबर
4) गोवर्धन पूजा: 2 नवंबर
5) भाई दूज: 3 नवंबर








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इस संकलन के छोटे-छोटे दृष्टांतों पर गागर में सागर की उक्ति तो सही बैठती ही है।
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